(आईआईटी मद्रास में “कैंपस कनेक्ट 2025” — टेक्नोलॉजी और उद्यमिता की नई प्रेरणा)
भारत के सबसे प्रतिष्ठित तकनीकी संस्थान आईआईटी मद्रास में आयोजित “कैंपस कनेक्ट 2025” कार्यक्रम ने देशभर के युवा इनोवेशनों और छात्र उद्यमियों (एंटरप्रेन्योरशिप) को एक साथ लाकर प्रेरणा का नया अध्याय लिखा। यह आयोजन E-Cell IIT Madras द्वारा डॉ. ऋचा अग्रवाल के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया, जिसमें, Best Universities in India, KL University – Centre for Innovation, Incubation & Entrepreneurship (KL-CIIE) की 9 छात्र नवाचारकों और दो फैकल्टी सदस्यों की टीम ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
इस एक दिवसीय कार्यक्रम का उद्देश्य देशभर के विश्वविद्यालयों में सक्रिय E-Cells के बीच सहयोग और इनोवेशन की भावना को बढ़ावा देना था। पूरे दिन का कार्यक्रम कई महत्वपूर्ण सत्रों और गतिविधियों से भरा रहा, जिनमें शामिल थे:
देशभर के E-Cells के बीच नेटवर्किंग और विचार-विनिमय
छात्र उद्यमिता के क्षेत्र में बेहतरीन प्रथाओं का साझा अनुभव
प्रख्यात विशेषज्ञों के प्रेरणादायक संबोधन
Center for Innovation, Nirmaan Pre-Incubation Center और IITM Research Park का दौरा
कार्यक्रम की प्रमुख आकर्षण रही प्रोफेसर अशोक झुनझुनवाला की प्रेरणादायक वार्ता — “Nurturing Tech Startups Towards Nation Building”। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि नवाचार केवल बड़ी संस्थाओं या उच्च संसाधनों तक सीमित नहीं है। उन्होंने कहा,
- “सच्चा उद्यमी वही है जो असफलताओं से सीखता है, दृढ़ता से आगे बढ़ता है, और समस्याओं में अवसर खोज लेता है — न कि केवल हैकाथॉन या आइडियाथॉन जीतकर।”
उन्होंने यह मिथक भी तोड़ा कि केवल फंडिंग मिलने से सफलता तय हो जाती है। उनके अनुसार, धैर्य, दृढ़ता और सीखने की निरंतरता ही वास्तविक सफलता की कुंजी है।
दिनभर चले इस आयोजन ने यह स्पष्ट कर दिया कि भारत अब तेजी से टेक्नोलॉजी-ड्रिवन एंटरप्रेन्योरशिप की दिशा में बढ़ रहा है। IIT Madras का इनोवेशन इकोसिस्टम अपने आप में इस बात का उदाहरण है कि कैसे देश के युवा अब IPR (Intellectual Property Rights) और स्टार्टअप कल्चर के माध्यम से भारत को आत्मनिर्भर बना रहे हैं।
KL University की टीम के लिए यह अनुभव न केवल शिक्षाप्रद रहा बल्कि अत्यंत प्रेरक भी। छात्रों ने IIT Madras के स्टार्टअप इन्क्यूबेशन मॉडल, मेंटरशिप संस्कृति, और रिसर्च-आधारित नवाचार को करीब से देखा। इस अवसर पर KL-CIIE की फैकल्टी टीम ने यह भी साझा किया कि कैसे ऐसे अनुभव युवा छात्रों को व्यावहारिक दृष्टिकोण के साथ अपने विचारों को स्टार्टअप में बदलने के लिए प्रेरित करते हैं।
KL University ने E-Cell IIT Madras के साथ भविष्य में एक संयुक्त कार्यक्रम आयोजित करने की घोषणा भी की है, ताकि दोनों संस्थान मिलकर छात्रों में उद्यमिता की भावना को और सशक्त बना सकें।
कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए डॉ. ऋचा अग्रवाल (Faculty Advisor – E-Cell IITM) और श्री दिव्यांश शर्मा (Head – Student Relations & Outreach) का विशेष आभार प्रकट किया गया, जिनके सहयोग और आतिथ्य ने इस आयोजन को यादगार बना दिया।
KL University के प्रतिनिधि दल ने कहा:
- “IIT Madras का यह अनुभव हमें यह समझाता है कि भारत में इनोवेशन की असली शक्ति छात्रों में ही छिपी है। यदि उन्हें सही मार्गदर्शन और अवसर मिले, तो वे देश की आर्थिक और तकनीकी प्रगति के सबसे बड़े योगदानकर्ता बन सकते हैं।”
“कैंपस कनेक्ट 2025” ने यह साबित कर दिया कि भारत का भविष्य न केवल तकनीक से जुड़ा है, बल्कि उन युवा दिमागों से भी जो सपने देखते हैं, प्रयास करते हैं, और असंभव को संभव बनाते हैं।